Sunday, December 14, 2014

Happy B'Day राजकपूर: Google ने बनाया Doodle

हिन्दी फिल्म जगत में शोमैन के नाम से मशहूर अभिनेता राज कपूर की आज 90वीं जयंती है. इस अवसर पर आज गुगल ने उन्हें 'डूडल' समर्पित किया है. गूगल ने इस 'डूडल' में राज कपूर की मोस्ट आइकॉनिक फोटो जो कि उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'श्री420' में उनका किरदार है उसके पूरे पोस्टर को जगह दी है. इसके अलावा बैकग्राउंड में एक और तस्वीर है जिसमें राज कपूर और नरगिस दोनों छाता लिए हुए हैं.
राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर 1924 को पेशावर (पाकिस्तान) में हुआ था. अपने पिता पृथ्वीराज कपूर के साथ वह मुंबई आकर बसे तो उनके पिता ने उन्हें मंत्र दिया कि ‘राजू नीचे से शुरुआत करोगे तो ऊपर तक जाओगे’. पिता की इस बात को गांठ बांधकर राज कूपर ने 17 साल की उम्र में रंजीत मूवीकॉम और बॉम्बे टॉकीज फिल्म प्रोडक्शन कंपनी में स्पॉटब्वॉय का काम शुरू किया.
राज कपूर को अभिनय तो पिता पृथ्वीराज से विरासत में ही मिली थी जो कि अपने समय के मशहूर रंगकर्मी और फिल्म अभिनेता थे. राज कपूर पिता के साथ रंगमंच पर काम भी करते थे और उनके अभिनय करियर की शुरुआत पृथ्वीराज थियेटर के मंच से ही हुई थी.
राज कपूर की स्कूली शिक्षा कोलकाता में हुई थी. हालांकि पढ़ाई में उनका मन कभी नहीं लगा और 10वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी होने से पहले ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी. इससे भी ज्यादा दिलचस्प बात यह है कि मनमौजी राज कपूर ने विद्यार्थी जीवन में अपनी किताबें-कॉपियां बेचकर खूब केले, पकौड़े और चाट के मौज उड़ाए थे.
राज कपूर की फिल्मों के कई गीत बेहद लोकप्रिय हुए, जिनमें ‘मेरा जूता है जापानी’ (श्री 420), ‘आवारा हूं’ (आवारा), ‘ए भाई जरा देख के चलो’ (मेरा नाम जोकर), ‘जीना इसी का नाम है’ (मेरा नाम जोकर), 'आजा सनम, मधुर चांदनी में हम' (चोरी-चोरी), 'कहता है जोकर सारा जमाना…' (मेरा नाम जोकर), 'सजन रे झूठ मत बोलो' (तीसरी कसम), 'मुड मुड कर न देख' (श्री 420), 'ये रात भीगी भीगी' (चोरी चोरी), 'किसी की मुस्कराहटों पे हो निसार' (अनाड़ी), और 'प्यार हुआ इकरार हुआ' (श्री 420) सबसे ज्यादा मशहूर हैं.
राज कपूर की मशहूर फिल्मों में 'बरसात', 'जिस देश में गंगा बहती है', 'तीसरी कसम', 'जागते रहो', 'संगम',‘मेरा नाम जोकर’, ‘श्री 420’, ‘आवारा’, ‘बेवफा’, ‘आशियाना’, ‘अंबर’, ‘अनहोनी’, ‘पापी’, ‘आह’, ‘धुन’, ‘बूट पॉलिश’ प्रमुख हैं. जबकि बतौर निर्देशक उनकी फिल्में 'आग', 'अंदाज', 'आवारा', 'श्री 420', 'संगम', 'मेरा नाम जोकर', 'बॉबी', 'सत्यम शिवम सुन्दरम', 'प्रेमरोग', 'राम तेरी गंगा मैली हो गई' काफी मशहूर हैं.
राज कपूर को मनोरंजन जगत में उनके अपूर्व योगदान के लिए भारत सरकार ने 1971 में उन्हें पद्मभूषण से नवाजा. 1987 में उन्हें सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान ‘दादा साहब फाल्के पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया गया. इसके अलावा 1960 में फिल्म ‘अनाड़ी’ और 1962 में ‘जिस देश में गंगा बहती है’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार दिया गया. 1965 में ‘संगम’, 1970 में ‘मेरा नाम जोकर’ और 1983 में ‘प्रेम रोग’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का फिल्मफेयर पुरस्कार भी राज कपूर ने अपने नाम किया.
2 मई, 1988 को एक पुरस्कार समारोह के दौरान उन्हें भीषण दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद वह एक महीने तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे. आखिरकार 2 जून 1988 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.

No comments:

Post a Comment